एमएसएमई विभाग उत्तर प्रदेश के माननीय मंत्री राकेश सचान ने ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ का किया अवलोकन
- Oct-16-2025
ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज, संवाददाता ) ।
उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन देने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नोएडा हाट, सेक्टर–33A में आयोजित ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ में आज उत्तर प्रदेश सरकार के एमएसएमई विभाग के माननीय मंत्री राकेश सचान जी ने पहुंचकर विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया।
माननीय मंत्री जी ने मेले में लगे स्टालों पर जाकर कारीगरों, उद्यमियों एवं स्वयं सहायता समूहों से संवाद किया। उन्होंने उनके द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, हथकरघा, खाद्य प्रसंस्करण, जैविक उत्पादों तथा पारंपरिक उद्योगों के विविध उत्पादों की सराहना की। मंत्री जी ने कहा कि “प्रदेश के कारीगरों और उद्यमियों की सृजनशीलता वास्तव में उत्तर प्रदेश की पहचान है। हमारे स्वदेशी उत्पाद न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे हैं।”
माननीय मंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दूरदर्शी नेतृत्व में पिछले तीन वर्षों से गौतम बुद्ध नगर में “यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो” का सफल आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि “यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो–2025” का शुभारंभ हाल ही में विगत माह (सितंबर) में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया था। इस आयोजन की अपार सफलता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में “यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला” आयोजित करने का निर्णय लिया है।
माननीय मंत्री जी ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का “आत्मनिर्भर भारत” एवं “विकसित भारत” का जो विज़न है, उसे साकार करने में यूपी ट्रेड शो और स्वदेशी मेले की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे प्रधानमंत्री जी के विज़न को साकार करने में सहयोग करें। दीपावली पर स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी करें, स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा दें, और जीएसटी बचत का भी लाभ उठाएँ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी जी ने माननीय मंत्री जी का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मेले में नागरिकों, कारीगरों और उद्यमियों की भारी सहभागिता देखी जा रही है, जिससे प्रदेश के स्वदेशी उत्पादों को नई पहचान और व्यापक बाजार मिल रहा है। यह मेला प्रदेश की ‘वोकल फॉर लोकल’ मुहिम को सशक्त बना रहा है तथा उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रसर कर रहा है।