यूक्रेन में पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए SPG कमांडो ने जबरदस्त तैनाती की और हर खतरे को नाकाम कर दिया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन का दौरा किया, और इस यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। यूक्रेन में भारत के प्रति विरोध की भावना को देखते हुए, एसपीजी कमांडो ने प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में पूरी सतर्कता बरती। जब पीएम मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे, तब एसपीजी कमांडो ने बुलेटप्रूफ शील्ड का उपयोग किया। इसका कारण था कि यूक्रेन में कुछ लोगों ने भारत के रूस के साथ करीबी संबंधों पर आपत्ति जताई थी।
बुलेटप्रूफ शील्ड से पीएम की सुरक्षा
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने प्रधानमंत्री मोदी की टीम को यूक्रेन में भारत विरोधी भावनाओं के बारे में पहले ही सूचित कर दिया था। इसके बाद, एसपीजी के 60 जवानों को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात किया गया। एसपीजी के डायरेक्टर आलोक शर्मा खुद इस सुरक्षा ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे थे। जब प्रधानमंत्री मोदी पीस पार्क में घूम रहे थे, तब स्नाइपर हमलों से बचने के लिए बुलेटप्रूफ शील्ड का इस्तेमाल किया गया। न्यूज चैनलों पर जारी वीडियो में स्पष्ट था कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और पूरा क्षेत्र सुरक्षाकर्मियों से घिरा हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी के पोलैंड के लिए रवाना होने के बाद ही एसपीजी टीम ने राहत की सांस ली।
पीएम मोदी की जेलेंस्की से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। इस बातचीत में उन्होंने दोनों देशों, यूक्रेन और रूस, के बीच शीघ्र संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया और युद्ध समाप्त करने के लिए एक समाधान खोजने की बात की। पीएम मोदी ने कहा, "हम (भारत) तटस्थ नहीं हैं। हमने शुरुआत से ही एक स्पष्ट दिशा अपनाई है और शांति का समर्थन किया है। हम बुद्ध की भूमि से हैं, जहाँ युद्ध के लिए कोई स्थान नहीं है।"
भारत शांति प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत यूक्रेन में शांति स्थापित करने के प्रयासों में हर संभव सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि वह व्यक्तिगत रूप से इस संघर्ष को समाप्त करने में योगदान देने के लिए इच्छुक हैं।