लखनऊ विश्विवद्यालय में लगेगा संवाद, साहित्य और संस्कृति का महाकुंभ - गोमती पुस्तक महोत्सव 2025

लखनऊ/जी एन न्यूज भारत संवाददाता  :

कवियों, साहित्यकारों, विचारकों और विद्वानों का ऐतिहासिक शहर लखनऊ अब पुस्तकों, संवाद, सृजनात्मकता और संस्कृति के जीवंत संगम का साक्षी बनने जा रहा है। यहां 20 से 28 सितम्बर 2025 तक लखनऊ विश्वविद्यालय में चौथा गोमती पुस्तक महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इस महोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार और लखनऊ विश्वविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है। इसका शुभारंभ 20 सितम्बर 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। उद्घाटन समारोह में माननीय उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अवनीश के. अवस्थी, पद्मश्री सम्मानित डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी, एनबीटी-इंडिया के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे, लखनऊ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मनुका खन्ना और एनबीटी-इंडिया के निदेशक श्री युवराज मलिक की विशिष्ट उपस्थिति रहेगी।
19 सितंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय के एपी सेन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के निदेशक श्री युवराज मलिक, लखनऊ विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो मनुका खन्ना एवं संयुक्त निदेशक, प्रदर्शनी मयंक सरोलिया ने इस बाबत जानकारी दी। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम प्रो मनुका खन्ना ने कहा कि यह लखनऊ विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के सहयोग से विश्वविद्यालय में इतना बड़ा आयोजन होने जा रहा है। पठन-पाठन की संस्कृति को संवर्द्धित करने के राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के साझा सहयोग से ही यह संभव होने जा रहा है। माननीय राज्यपाल के मार्गदर्शन में हम ‘पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ’ और ‘पढ़े विश्वविद्यालय, बढ़े विश्वविद्यालय’ के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए अब एनबीटी के सहयोग से भव्य गोमती पुस्तक महोत्सव के साक्षी बनने जा रहे हैं। यह अच्छी किताबों और अच्छे लेखकों से साक्षात्कार का भी अवसर होगा, और हमें प्रेरित करेगा कि हम भविष्य में एनबीटी के साथ मिलकर और भी आयोजन करें। गोमती पुस्तक महोत्सव के चौथे संस्करण के बारे में विस्तार से बताते हुए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के निदेशक युवराज मलिक ने कहा कि “अब तक हम रिवर फ्रंट पर पुस्तम महोत्सव का आयोजन करते थे। लखनऊ के पाठकों - पुस्तक प्रेमियों के सहयोग से अब यह और भी ज्यादा भव्य और विशाल हो गया है। गोमती पुस्तक महोत्सव का यह चौथा संस्करण इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहा है। इस बार इसमें पहले से ज्यादा साहित्यिक सत्र, सांस्कृतिक गतिविधियां और बच्चों के लिए रचनात्मक कार्यक्रम होंगे, जिसमें देश भर से 225 से ज्यादा प्रकाशकों के बुक स्टॉल भी शामिल होंगे। यह महोत्सव प्रधानमंत्री की “ज्ञान समाज निर्माण” और “मे़क इंडिया रीड” की परिकल्पना को साकार करता है तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के उद्देश्यों को प्रतिबिंबित करता है, जो आधारभूत साक्षरता, बहुभाषिकता, रचनात्मकता, आलोचनात्मक चिंतन और डिजिटल एकीकरण पर जोर देती है। हम पढ़ने की संस्कृति को अकादमिक शिक्षा के इको सिस्टम में शामिल करना चाहते हैं। इस महोत्सव को तीन भागों में विभाजित किया गया है, जो न केवल पुस्तकों पर बल्कि साहित्यिक और सांस्कृतिक आकर्षण का भी केंद्र होंगे। साथ ही बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित होंगी। माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के दिए लक्ष्य के अनुरूप राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत, गोमती पुस्तक महोत्सव को देश का सबसे बड़ा पुस्तक महोत्सव बनाने की दिशा में अग्रसर है।“ नौ दिनों तक चलने वाले इस पुस्तक महोत्सव में आगंतुक समूह चर्चाओं, लेखक संवाद, काव्य पाठ, मुशायरा, पुस्तक विमोचन, स्टोरीटेलिंग सेशन और सांस्कृतिक संध्याओं का आनंद ले सकेंगे।इस दौरान विशेष वक्ताओं में आईआईटी लखनऊ के निदेशक डॉ. अरुण मोहन शेरी, वरिष्ठ लेखक गुलाब कोठारी, रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के चांसलर एवं लेखक संतोष चौबे, लेखक-कवि-अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा, उपन्यासकार शीला रोहेकर, कथाकार शिवमूर्ति, पद्मश्री से सम्मानित लेखिका डॉ. विद्या विंदु सिंह तथा चर्चित अवधी कवि-लेखक व संपादक डॉ. रामबहादुर मिश्रा आदि शामिल रहेंगे।बच्चों के लिए विशेष चिल्ड्रन्स पेवेलियन होंगे, जहाँ ‘चित्रोत्सव – ड्रॉ, डूडल, डिस्कवर’ नामक रचनात्मक कला कार्यशाला, म्यूजिकल स्टोरीटेलिंग, कठपुतली शो, ओरिगामी, पोस्टर निर्माण, वैदिक गणित, माइंडफुलनेस एक्टिविटीज, तथा कहानी लेखन व चित्रण प्रतियोगिताएँ होंगी। इसके अतिरिक्त आगंतुक राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय (Rashtriya e-Pustakalaya) का अनुभव कर सकेंगे, जो भारतीय भाषाओं और विविध शैलियों की 3,000 से अधिक ई-पुस्तकों तक निःशुल्क पहुँच उपलब्ध कराता है। पंजीकरण करने पर एनबीटी कृतियों पर 10% तक की विशेष छूट भी मिलेगी।चौथा गोमती पुस्तक महोत्सव (20–28 सितम्बर 2025, प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक, निःशुल्क प्रवेश) लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि साहित्य, कला और संस्कृति के इस भव्य उत्सव में सभी को सहभागी बनने का आमंत्रण है।
 

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