-संविधान दिवस पर ग्रेटर नोएडा के आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन

ग्रेटर नोएडा  ( जीएन न्यूज, संवाददाता )।

चुनाव आयोग द्वारा देश भर में चलाया जा रहा “विशेष गहन पुनरीक्षण” (एसआईआर) लोकतंत्र का वास्तविक “स्वच्छता अभियान” है। यह स्वच्छता अभियान है देश में छिपे बैठे उन घुसपैठियों को बाहर करने का जो फर्जी तरीके से देश में आकर छिप गये हैं और मतदाता सूची में नाम शामिल करा लिया है। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र का। श्री कलराज मिश्र ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 स्थित आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में एसआईआर पर आयोजित विचार गोष्ठी में यह बात कही। 
संविधान दिवस के अवसर पर श्री राधेश्याम चैरिटबल फांउडेशन के संयोजन में आयोजित विचार गोष्ठी में श्री कलराज मिश्र ने बतौर मुख्य अतिथि संविधान सभा की उद्देश्यिका का पाठ कराया। इस अवसर पर श्री कलराज मिश्रा ने कहा कि संविधान हमें शक्ति देता है देश को सुचारू रूप से चलाने और राष्ट्र निर्माण करने का। एसआईआर इसलिये जरूरी है क्योंकि फर्जी तरीकों से देश के मतदाता सूची में शामिल होकर घुसपैठिये हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे में इनकी पहचान करना जरूरी है। 
श्री मिश्र ने कहा कि एसआईआर को बिहार में प्रयोग के तौर पर लागू किया गया था और, अब इसे देश भर में लागू किया जा रहा है। लोकतंत्र के इस महापर्व में हम सभी का योगदान होना चाहिए, मतदाता सूची में सही नाम शामिल कराने की भारतीय होने के नाते हमारी सामूहिक जिम्मेदारी भी है। 
राधेश्याम चैरिटेबल फांडेशन के सचिव सौरभ त्रिपाठी ने संगोष्ठी के विषय के संबंध में जानकारी दी और कार्यक्रम का औपाचारिक शुरूआत की। कार्यक्रम का संचालन ऋचा बवेजा ने किया और युवाओं को राष्ट्र धर्म के प्रति प्रेरित भी किया। 
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी ने कहा कि एसआईआर में जनता का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि एसआईआर में बीएलओ (बूथ लेवल आफिसर) घर-घर जाकर योग्य मतदाता की पहचान कर रहे हैं। ताकि असली भारतीय और योग्य नागरिकों का ही नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो। उन्होंने कहा कि एसआईआर चुनावी पारदर्शिता, राजनीतिक स्थिरता और जनविश्वास के लिये जरूरी है। एसआईआर के बाद वोटर लिस्ट से डुप्लीकेट नाम नहीं होते, फर्जी नाम हट जाते हैं और देश के हर योग्य नागरिक का नाम शामिल होता है। मतदाता सूची वह नींव है जिस पर भारतीय लोकतंत्र की संरचना टिकी है। जब यह नींव मजबूत होगी, तभी आपके वोट का मूल्य सुरक्षित रहेगा, और जब वोट सुरक्षित रहेगा, तभी लोकतंत्र सशक्त, जीवंत और टिकाऊ बनेगा।
इस अवसर पर इंडियन न्यूज सोसायटी (आईएनएस) के पूर्व अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि एसआईआर आज की वर्तमान हालात के लिए बहुत जरूरी है। इसके केंद्र में आम जनता की भागीदारी भी है, जो किसी भी लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों द्वारा अपने नाम की जांच करना, आवश्यक सुधार कराना है। इसके साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना भी है। उन्होंने इसका विरोध करने वाले विपक्षी दलों की आलोचना करते हुये कहा कि हमारा देश का युवा राष्ट्र  निर्माण के लिये आगे आएंगे न कि देश विरोधी कामों में लगेंगे। 
इस अवसर पर आईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर मयंक गर्ग ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और संगोष्ठी के विषय के बारे में छात्रों को परिचित कराया। उन्होंने कहा कि वोट हमारा अधिकार है, यह देश की लोकतांत्रिक संरचना के प्रति हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि “सही सूची, सही मत” कोई नारा नहीं बल्कि हम सभी का संकल्प होना चाहिये।
श्री गर्ग ने कहा कि हमारे संस्थान में सामाजिक परिवेश को भी शामिल किया जाता है, इसी क्रम में आज एसआईआर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य छात्रों को रोजगार परक शिक्षा देने के साथ ही उनको देश का जिम्मेदार नागरिक भी बनाना है। 
इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. विष्णु शर्मा, डॉ. संजय यादव, डॉ. जया सिन्हा, डॉ. संध्या उमराव समेत समस्त शिक्षक गण एवं स्टाफ इस अवसर पर मौजूद थे। 
अपने आभार ज्ञापन में राधेश्याम चैरिटबल फांउडेशन के सचिव सौरभ त्रिपाठी ने उपस्थित सभी अतिथितियों का आभार जताते हुये विशेष रूप से आईटीएस इंजीनियरिंग कालेज के चैयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा का उनके सहयोग और समर्थन के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।
 

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